कार चलाना केवल ड्राइविंग तक सीमित नहीं है। एक जिम्मेदार कार मालिक वही होता है जो अपनी गाड़ी की बुनियादी देखभाल को समझता है। इंजन ऑयल बदलना उन्हीं जरूरी कामों में से एक है, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं या पूरी तरह सर्विस सेंटर पर छोड़ देते हैं।
असल में, How to Change Car Oil Properly सीखना न तो बहुत मुश्किल है और न ही खतरनाक, अगर इसे सही जानकारी और सावधानी के साथ किया जाए। इंजन ऑयल आपकी कार के इंजन के लिए वही काम करता है, जो इंसान के शरीर में खून करता है। अगर ऑयल साफ और सही मात्रा में है, तो इंजन सुचारू रूप से चलता है। अगर ऑयल खराब या कम हो जाए, तो इंजन के अंदर घर्षण बढ़ जाता है, जिससे गंभीर नुकसान हो सकता है।
यह लेख खास तौर पर उन लोगों के लिए लिखा गया है जो:
- अपनी कार की सेहत को लेकर जागरूक हैं
- सर्विस सेंटर पर निर्भर नहीं रहना चाहते
- पैसे बचाने के साथ सही काम करना चाहते हैं
- या पहली बार खुद इंजन ऑयल बदलना सीखना चाहते हैं
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इंजन ऑयल क्या है और यह इतना जरूरी क्यों है
इंजन के अंदर हजारों धातु के हिस्से लगातार एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं। जब इंजन चालू होता है, तो ये हिस्से बहुत तेज़ी से घूमते और हिलते हैं। अगर इनके बीच सही चिकनाई न हो, तो धातु आपस में रगड़ खाकर जल्दी घिस जाती है।
यहीं पर इंजन ऑयल की भूमिका शुरू होती है।
इंजन ऑयल:
- चलने वाले हिस्सों को चिकनाई देता है
- घर्षण और गर्मी को कम करता है
- गंदगी और धातु के कणों को अपने साथ बहा ले जाता है
- इंजन को अंदर से साफ रखने में मदद करता है
- जंग और जाम होने से बचाता है
इसलिए How to Change Car Oil Properly समझना केवल एक तकनीकी काम नहीं, बल्कि इंजन को लंबे समय तक स्वस्थ रखने का तरीका है।
समय पर इंजन ऑयल न बदलने के नुकसान

कई लोग सोचते हैं कि “थोड़ा और चला लेते हैं, बाद में बदल लेंगे।” यही सोच आगे चलकर महंगे नुकसान में बदल जाती है।
समय पर ऑयल न बदलने से:
- ऑयल गाढ़ा और गंदा हो जाता है
- इंजन के अंदर कीचड़ (sludge) जमने लगता है
- माइलेज कम हो जाता है
- इंजन ज्यादा आवाज़ करने लगता है
- ओवरहीटिंग की समस्या बढ़ जाती है
- लंबे समय में इंजन फेल भी हो सकता है
यही कारण है कि ऑटो एक्सपर्ट हमेशा कहते हैं कि How to Change Car Oil Properly और सही समय पर ऑयल बदलना इंजन बीमा जैसा है।
कब समझें कि अब इंजन ऑयल बदलने का समय आ गया है
आजकल नई कारों में ऑयल लाइफ इंडिकेटर होता है, लेकिन सिर्फ उसी पर निर्भर रहना हमेशा सही नहीं होता।
आम संकेत जो बताते हैं कि ऑयल बदलना जरूरी है
- ऑयल का रंग काला या बहुत गाढ़ा हो जाना
- इंजन से असामान्य आवाज़ आना
- माइलेज में गिरावट
- डैशबोर्ड पर ऑयल वार्निंग लाइट
- 6 महीने या तय किलोमीटर पूरे हो जाना
आमतौर पर पेट्रोल कारों में 8,000 से 12,000 किलोमीटर के बीच ऑयल बदलना सही माना जाता है, लेकिन हमेशा अपनी कार के मैनुअल को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इंजन ऑयल बदलने से पहले क्या-क्या तैयार रखें

How to Change Car Oil Properly करने के लिए तैयारी सबसे जरूरी हिस्सा है। अधूरी तैयारी से काम बीच में अटक सकता है या गलती हो सकती है।
जरूरी औजार और सामग्री
- सही ग्रेड का नया इंजन ऑयल
- नया ऑयल फिल्टर
- पुराना ऑयल इकट्ठा करने का पैन
- नट खोलने की रिंच
- ऑयल फिल्टर रिंच
- फ़नल
- दस्ताने और कपड़ा
- जैक और जैक स्टैंड (यदि गाड़ी नीची है)
कार को ऑयल बदलने के लिए कैसे तैयार करें
सबसे पहले गाड़ी को समतल जगह पर खड़ा करें। इंजन हल्का गर्म होना चाहिए, ताकि पुराना ऑयल आसानी से निकल सके, लेकिन बहुत ज्यादा गर्म नहीं।
हैंड ब्रेक लगाएं, पहियों को रोकें और बोनट खोलकर ऑयल कैप ढीली कर दें। इससे ऑयल तेजी से नीचे निकलता है।
अगर गाड़ी नीची है, तो जैक की मदद से आगे का हिस्सा उठाकर जैक स्टैंड पर सुरक्षित रखें।
How to Change Car Oil Properly: Step-by-Step पूरी प्रक्रिया

अब मान लो तुम गैरेज में खड़े हो और खुद से इंजन ऑयल बदलने वाले हो। घबराने की जरूरत नहीं है, बस हर स्टेप को शांति से करना है। इंजन ऑयल बदलना कोई एक झटके में होने वाला काम नहीं है, बल्कि एक क्रम में किया जाने वाला काम है। चलो इसे बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं।
Step 1: ऑयल ड्रेन प्लग ढूंढना
सबसे पहले गाड़ी के नीचे झांककर ऑयल पैन को ढूंढो। यह आमतौर पर इंजन के ठीक नीचे एक सपाट धातु का हिस्सा होता है। उसी ऑयल पैन के निचले हिस्से में एक बोल्ट या नट लगा होता है, जिसे ड्रेन प्लग कहा जाता है। यही वह जगह है जहाँ से पुराना इंजन ऑयल बाहर निकलेगा।
इस स्टेप में जल्दीबाज़ी मत करो। अगर गलत बोल्ट खोल दिया, तो परेशानी हो सकती है। थोड़ा ध्यान से देखो और पक्का कर लो कि वही ऑयल ड्रेन प्लग है।
Step 2: पुराना ऑयल निकालना
अब ड्रेन प्लग के ठीक नीचे ऑयल कलेक्ट करने वाला पैन रखो, ताकि पुराना ऑयल जमीन पर न गिरे। रिंच की मदद से ड्रेन प्लग को धीरे-धीरे ढीला करो और फिर हाथ से खोल दो। जैसे ही प्लग खुलेगा, गरम ऑयल तेज़ी से बाहर आएगा, इसलिए हाथ हटाकर रखो।
इस ऑयल को पूरी तरह निकलने देना बहुत ज़रूरी है। कई लोग जल्दबाज़ी में कुछ मिनट बाद ही प्लग लगा देते हैं, लेकिन ऐसा करने से पुराना गंदा ऑयल इंजन में रह जाता है। थोड़ा इंतज़ार करो, जब तक बूंद-बूंद टपकना भी बंद न हो जाए।
Step 3: ड्रेन प्लग वापस लगाना
जब पूरा ऑयल निकल जाए, तब ड्रेन प्लग को कपड़े से साफ करो। अगर उसमें वॉशर या सील लगी हो, तो उसकी हालत भी देख लो। अब प्लग को वापस उसी जगह पर लगाओ और हाथ से कसते हुए रिंच से हल्का सा टाइट कर दो।
यहाँ एक बात याद रखना बहुत जरूरी है। प्लग को बहुत ज्यादा कसना भी गलत है, क्योंकि इससे थ्रेड खराब हो सकता है। बस इतना कसो कि वह सुरक्षित रहे और ऑयल लीक न हो।
Step 4: ऑयल फिल्टर बदलना
अब बारी आती है ऑयल फिल्टर की। यह फिल्टर इंजन ऑयल में मौजूद गंदगी और धातु के कणों को रोकता है, इसलिए इसे बदलना उतना ही जरूरी है जितना ऑयल बदलना। पुराने फिल्टर को फिल्टर रिंच से खोलो। खोलते समय थोड़ा ऑयल बाहर आ सकता है, इसलिए नीचे पैन रखना सही रहता है।
नया फिल्टर लगाने से पहले उसकी रबर सील पर थोड़ा सा नया ऑयल लगा दो। इससे फिल्टर ठीक से बैठता है और आगे चलकर लीक की समस्या नहीं आती। फिर नए फिल्टर को हाथ से कसो, जरूरत से ज्यादा टाइट मत करो।
Step 5: नया इंजन ऑयल डालना
अब गाड़ी के ऊपर आओ और इंजन के ऊपर मौजूद ऑयल फिलर कैप खोलो। फ़नल की मदद से धीरे-धीरे नया इंजन ऑयल डालो। कितना ऑयल डालना है, यह तुम्हारी कार के मैनुअल में साफ लिखा होता है।
यहाँ भी जल्दबाज़ी मत करना। पूरा ऑयल एक साथ डालने के बजाय थोड़ा-थोड़ा करके डालो, ताकि लेवल कंट्रोल में रहे।
Step 6: ऑयल लेवल जांचना
ऑयल डालने के बाद इंजन को 30–40 सेकंड के लिए स्टार्ट करो और फिर बंद कर दो। इससे नया ऑयल पूरे इंजन में फैल जाता है। अब 2–3 मिनट रुककर डिपस्टिक निकालो, साफ करो और फिर से डालकर लेवल चेक करो।
ऑयल का स्तर डिपस्टिक पर बने MIN और MAX निशान के बीच होना चाहिए। अगर थोड़ा कम लगे, तो थोड़ा और ऑयल डाल सकते हो, लेकिन ज्यादा भरने से बचना बहुत जरूरी है।
पुराना इंजन ऑयल सही तरीके से कैसे नष्ट करें

पुराना ऑयल ज़मीन या नाली में डालना कानूनन और पर्यावरण दोनों के लिए गलत है।
- बंद डिब्बे में भरकर रखें
- नजदीकी ऑटो पार्ट्स स्टोर या रीसायक्लिंग सेंटर पर दें
- ऑयल फिल्टर भी रीसायक्लिंग में दें
इंजन की लंबी उम्र के लिए अतिरिक्त सुझाव
- महीने में एक बार ऑयल जांचें
- हमेशा सही ग्रेड का ऑयल इस्तेमाल करें
- लीकेज पर नजर रखें
- समय पर एयर फिल्टर बदलें
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आम गलतियाँ जिनसे बचना बहुत ज़रूरी है

जब लोग पहली बार खुद इंजन ऑयल बदलते हैं, तो ज़्यादातर गलतियाँ जानकारी की कमी की वजह से होती हैं, न कि लापरवाही से। लेकिन यही छोटी-छोटी गलतियाँ आगे चलकर बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं। इसलिए इन बातों को हल्के में मत लेना।
गलत ग्रेड का ऑयल डालना
हर कार के इंजन के लिए एक तय ऑयल ग्रेड होता है, जो कंपनी मैनुअल में साफ लिखा होता है। कई लोग सोचते हैं कि “ऑयल तो ऑयल होता है”, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। गलत ग्रेड का ऑयल डालने से इंजन को सही चिकनाई नहीं मिलती, जिससे घिसावट बढ़ जाती है और परफॉर्मेंस धीरे-धीरे गिरने लगती है। हमेशा वही ऑयल इस्तेमाल करो जो तुम्हारी कार के लिए recommend किया गया हो।
ऑयल जरूरत से ज़्यादा भर देना
कुछ लोगों को लगता है कि थोड़ा ज्यादा ऑयल डाल देने से इंजन और बेहतर सुरक्षित रहेगा, लेकिन यह बहुत बड़ी गलतफहमी है। जरूरत से ज्यादा ऑयल भरने से इंजन के अंदर दबाव बढ़ जाता है, सील खराब हो सकती हैं और ऑयल जलने लगता है। डिपस्टिक पर दिए गए MIN और MAX निशान सिर्फ दिखावे के लिए नहीं होते, उन्हीं के बीच ऑयल लेवल रखना सही होता है।
ऑयल फिल्टर दोबारा इस्तेमाल करना
यह गलती अक्सर पैसे बचाने के चक्कर में की जाती है। पुराना ऑयल फिल्टर पहले से ही गंदगी और धातु के कणों से भरा होता है। अगर तुम नया ऑयल डालकर भी वही पुराना फिल्टर लगा दो, तो नया ऑयल भी जल्दी गंदा हो जाएगा। इसलिए हर बार ऑयल बदलते समय फिल्टर बदलना जरूरी है, इसमें कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
ड्रेन प्लग ढीला या गलत तरीके से लगाना
ऑयल निकालने के बाद ड्रेन प्लग को ठीक से कसना बहुत जरूरी है। अगर प्लग ढीला रह गया, तो चलते समय ऑयल धीरे-धीरे रिस सकता है और तुम्हें पता भी नहीं चलेगा। वहीं, जरूरत से ज्यादा कसने पर थ्रेड खराब होने का खतरा रहता है। सही तरीका यह है कि प्लग को आराम से, लेकिन मजबूती से लगाया जाए।
FAQs: How to Change Car Oil Properly
1. क्या मैं घर पर खुद इंजन ऑयल बदल सकता हूँ?
हाँ, सही औजार और सावधानी के साथ यह पूरी तरह संभव है।
2. ऑयल न बदलने से सबसे बड़ा नुकसान क्या होता है?
इंजन के अंदर घर्षण बढ़ता है और इंजन खराब हो सकता है।
3. क्या हर बार ऑयल फिल्टर बदलना जरूरी है?
हाँ, हर ऑयल चेंज के साथ फिल्टर बदलना चाहिए।
4. इंजन ऑयल कितना भरना चाहिए?
कार के मैनुअल में दी गई मात्रा के अनुसार।
5. कौन सा ऑयल सबसे अच्छा है?
वही जो आपकी कार निर्माता कंपनी सुझाती है।
निष्कर्ष
सच बताऊँ तो How to Change Car Oil Properly जानना हर कार मालिक के लिए उतना ही जरूरी है, जितना गाड़ी चलाना सीखना। ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि ऑयल बदलवाना बस सर्विस सेंटर का काम है, लेकिन जब तुम्हें खुद समझ में आ जाता है कि यह कैसे होता है और क्यों जरूरी है, तब गाड़ी को लेकर तुम्हारा नज़रिया ही बदल जाता है।
सही तरीके से और सही समय पर इंजन ऑयल बदलने से तुम न सिर्फ हर सर्विस पर पैसे बचाते हो, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हो कि तुम्हारी कार का इंजन अंदर से साफ, ठंडा और स्मूथ चलता रहे।
धीरे-धीरे यही आदत इंजन की उम्र बढ़ा देती है, माइलेज को बेहतर रखती है और अचानक आने वाली बड़ी खराबियों से भी बचाती है। कई बार लोग छोटी सी लापरवाही की वजह से इंजन को भारी नुकसान पहुँचा देते हैं, जबकि वही काम समय पर ऑयल बदलकर आसानी से टाला जा सकता है।
इसलिए इसे सिर्फ एक मैकेनिकल काम मत समझो, बल्कि इसे अपनी कार की सेहत का ध्यान रखने की आदत मानो। जब तुम खुद यह समझ लेते हो कि इंजन ऑयल कितना अहम है और उसे सही तरीके से कैसे बदला जाता है, तो तुम्हारी गाड़ी लंबे समय तक तुम्हारा साथ बिना किसी बड़ी परेशानी के निभाती है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। How to Change Car Oil Properly से संबंधित प्रक्रिया वाहन मॉडल के अनुसार अलग हो सकती है। किसी भी कार्य से पहले अपनी कार के ओनर मैनुअल या प्रमाणित मैकेनिक की सलाह अवश्य लें। लेखक किसी भी नुकसान या दुर्घटना के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।
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Raj Prajapati, Senior Content Writer, brings 4 years of blogging expertise. He writes how-to tutorials, lifestyle articles, and career-focused content that helps readers make informed decisions.